अपहत युवकों को छुड़ाने निकले 27 ग्रामीण भी नक्सलियों के कब्जे में

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सुकमा @ News-36. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र के गांव से अगवा किए गए सात युवकों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। इस मामले में सर्व आदिवासी समाज ने नक्सलियों से अगवा किए गए युवकों की सकुशल रिहाई की अपील की है। आदिवासी प्रतिनिधियों ने कहा कि अगवा किए गए लोगों को किसी तरह का नुक़सान ना पहुंचाते हुए उन्हें सकुशल रिहा किया जाए। वहीं युवकों को ढूंढने निकले ग्रामीणों को भी नक्सलियों ने बंधक बना लिया है।

कुंदेड़ गांव के रहने वाले हैं युवक
युवक जगरगुंडा थाना क्षेत्र के कुंदेड़ गांव के रहने वाले हैं। जिन्हें 18 जुलाई को 7 युवकों को नक्सलियों ने अगवा करने की खबर ग्रामीणों को लगी। इसके बाद 19 जुलाई को सर्व आदिवासी समाज ने नक्सलियों से युवाओं को सकुशल रिहाई करने की अपील की।19 जुलाई को 14 ग्रामीण अपहत हुए युवकों को छुड़ाने के लिए जंगल की ओर गए, लेकिन वे भी नहीं लौटे। 20 जुलाई की दोपहर तक जब वे नहीं लौटे तब उनके परिजनों ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी है।

दो लोगों को वापस भेजा था गांव
बताया जा रहा है कि, 20 जुलाई की शाम को नक्सलियों ने 14 ग्रामीणों में से दो ग्रामीणों को वापस कुंदेड़ भेजा। साथ ही गांव के अन्य 13 लोगों को भी यहां भेजने की खबर उन लोगों तक पहुंचाने कहा। नक्सलियों के कहे अनुसार दोनों ग्रामीण गांव पहुंचे और 13 ग्रामीणों को अपने साथ नक्सलियों के पास लेकर गए। इस तरह से 27 गा्रमीण और 7 युवक उईका सन्नु, उईका प्रकाश, उईका रामलाल, कारम हिरा, उईका मुकेश, तेलम प्रभात और उईका मुड़ा समेत 34 लोग नक्सलियों के कब्जे में है। सुकमा एसपी सुनील शर्मा का कहना है कि ग्रामीण, नक्सलियों के कब्जे में होने की सूचना मिली है। सूचना के अनुसार जांच की जा रही है।

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