भिलाई @ news-36. कलेक्टर डॉ.सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि,गौठानों को स्वावलंबी बनाते हुए ठोस आर्थिक इकाई के रूप में मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है कि निरंतर नवाचार अपनाते रहें। कंपोस्ट खाद बनाने के समय इसकी तकनीकी बारीकियां, केंचुए की गुणवत्ता, डिकंपोजर आदि के प्रयोग पर विशेष नजर रखें। उन्होंने कहा कि इसकी तकनीक जितनी बेहतर होगी, गोबर से वर्मी खाद का उत्पादन उतना ही अधिक होगा। उन्होंने नरवा योजना के अंतर्गत नालों के जीर्णोद्धार की जानकारी भी ली। अधिकारियों ने बताया कि इस पर काम काफी हद तक पूरा हो चुका है।
कलेक्टर ने कहा कि गौठानों को रोजगारोन्मुख बनाने की दिशा में पोल्ट्री यूनिट और मत्स्यपालन के लिए डबरी आदि पर जो कार्य हो रहा है उसे तेजी से बढ़ाएं। ताकि गौठान स्वावलंबन की दिशा में लगातार कदम बढ़ा सके।
सभी गार्डनों में गौठानों में बने वर्मी खाद का ही होगा प्रयोग
कलेक्टर ने सभी गार्डनों में गौठान में बनने वाले वर्मी खाद का ही प्रयोग करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग पर भी अंकुश लगाएं। साथ ही मार्निंग विजिट का कार्य निरंतर जारी रहे।
बारिश पूर्व तैयारियां सुनिश्चित करने दिए निर्देश
कलेक्टर ने बारिश पूर्व की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शहरों में जिन नालों की वजह से जलभराव की स्थिति बनती थी। उनमें साफ -सफाई भी की गई और उपयोगी संरचनाएं भी तैयार कर ली गई हैं। इस वजह से पूरी संभावना है कि इस बार जलभराव जैसी स्थिति निर्मित न हो, फिर भी अत्याधिक वर्षा की दशा में ऐसा हो तो पूरी तैयारी सुनिश्चित कर लें।
धान के बदले अन्य फ सलों के लिए चिन्हांकन
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि कृषि वैविध्य को बढ़ावा देने के लिए दलहन-तिलहन जैसी फ सलों के लिए भी किसानों को प्रेरित करना आवश्यक है। इसके लिए सरकार ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत किसानों को प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। इस संबंध में अधिकाधिक किसानों को जानकारी दें। उन्हें इसके लिए तैयार करें। उन्होंने सभी एसडीएम से इसकी लगातार मानिटरिंग करने के निर्देश दिये।बैठक में नगर निगम भिलाई आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक, रिसाली कमिश्नर प्रकाश सर्वे, बीबी पंचभाई सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।