भिलाई @ news-36. बैरिस्टर छेदीलाल पुरस्कार से सम्मानित वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद चावड़ा हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने सोमवार की रात 9:00 बजे एम एम आई हॉस्पिटल रायपुर में आखिरी सांस ली । वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। 10 अगस्त मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार शिवनाथ स्थित मुक्तिधाम में किया जाएगा। निवास स्थान पदमनाभपुर से दोपहर 12:00 बजे उनकी अंतिम यात्रा मुक्तिधाम के लिए निकलेगी।
निजी करण में जाने के खिलाफ थे चावड़ा
छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े माइनिंग राव घाट प्रोजेक्ट को निजी हाथों में जाने से रोकने का श्रेय चावड़ा को जाता है। श्री चावड़ा ने रावघाट के निजीकरण के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी थी। उनके संघर्ष से ही रावघाट प्रोजेक्ट बीएसपी को मिला। इसके अलावा उन्होंने माइनिंग के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्री चावड़ा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि वे उनके अच्छे मित्र थे। माइनिंग के क्षेत्र में उन्होंने छत्तीसगढ़ के हित में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।