भिलाई @ news-36. छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ आकस्मिक अवकाश (सीएल) की वेतन कटौती करने वालों के विकासखंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ मुखर हो गए हैं।संघ ने शासन-प्रशासन से शिक्षकों द्वारा लिए गए आकस्मिक अवकाश (सीएल) सहित मार्च और अप्रेल का वेतन जारी करने की मांग की है।
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ ने प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने बताया कि साजा विकासखंड में शिक्षकों द्वारा लिए गए आकस्मिक अवकाश (सीएल) का भी वेतन कटौती की गई है। इसी प्रकार गरियाबंद विकासखंड से भी शिक्षकों का वेतन में कटौती की गई है। उन्होंने इस मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण के इस मुश्किल समय मे भी प्रदेश के शिक्षक जब कोरोना वारियर्स और फ्रं टलाइन वर्कर की तरह कार्य कर रहे हैं और ड्यूटी करते हुए संक्रमित होकर अपनी जान गंवा रहे हैं। ऐसे समय में दो माह से वेतन प्रदाय न करना असंवेदनशीलता है।
@ news-36. सौंपा है ज्ञापन
प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा का कहना है कि छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह और ब्लाक अध्यक्ष पवन साहू ने संबंधित जिले के कलेक्टर और विकासखंड शिक्षाधिकारी को शीघ्र वेतन भुगतान के लिए ज्ञापन दिया है। परंतु अब तक वेतन भुगतान नहीं हुआ है।
सर्व संकुल समन्वयकों के नाम आदेश
बता दें कि साजा विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने सर्व संकुल समन्वयकों के नाम आदेश जारी कर 1 अप्रेल से 20 अप्रेल तक सभी शिक्षक, सफाई कर्मचारी और रसोई कर्मचारी से 22 अप्रेल तक अवकाश के संबंध में जानकारी मांगा था। साथ ही यह कहा गया था कि कोई अवकाश में (कोरोना,मातृत्व या मेडिकल) में हो तो चित्सिक का प्रमाण पत्र कार्यालय में कवरिंग के साथ जमा करें। इस आदेश को लेकर संघ ने सवाल उठाया था कि कई लोग जो संक्रमण की वजह से अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। वह अनफिट जमा करने के लिए कार्यालय में कैसे उपस्थित हो सकता है।