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सर्वदलीय बैठक मेें पीडि़तों का सहयोग और विकासखंड स्तर पर छात्रावासों में कोविड केयर सेंटर शुरू करने पर दिया जोर

कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए महाराष्ट्र से प्रदेश मेें आने वाले लोगों की कोरोना जांच आवश्यक, क्वारेंटाईन केन्द्र भी बनाए – राज्यपाल अनुसुईया उइके

कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए हर संभव उपाय: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
विकासखण्ड स्तर पर हास्टल और सामाजिक भवनों में बेड की व्यवस्था करना चाहिए- नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक

रायपुर @ News-36. कोरोना के संक्रमण के रोकथाम को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में राज्यपाल अनुसुईया उइके ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जनजागरण में राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्यपाल ने राजनीतिक दलों के प्रमुखों से आग्रह किया कि वे अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से गांव-गांव में इस बीमारी से बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक करें। राज्य में कोरोना संक्रमण के विस्तार को रोकने के लिए सीमावर्ती महाराष्ट्र से लौट रहे लोगों की बार्डर पर ही जांच किया जाए। इसके लिए उन्होंने कहा कि राज्य की सीमा पर प्रबंध और क्वारेंटाईन सेंटर बनाने की बात कही।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा किडॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना और आयुषमान योजना से इलाज कराने वाले लोगों पर कम से कम आर्थिक बोझ पड़े, इसके लिए टेस्ट और इलाज की दरें निर्धारित की गई हैं। प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश के ऑक्सीजन प्लांट में उत्पादित होने वाली 80 प्रतिशत ऑक्सीजन का उपयोग छत्तीसगढ़ में ही हो। उद्योगों को ऑक्सीजन उत्पादन के लिए चार लाईसेंस जारी किए गए हैं।
टेस्टिंग में राष्ट्रीय औसत से बेहतर
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण और टेस्टिंग में छत्तीसगढ़ राष्ट्रीय औसत से बेहतर स्थिति में है। प्रदेश की सीमावर्ती इलाकों में विशेष अभियान चलाकर टेस्टिंग और इलाज की व्यवस्था करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 88 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स को टीके की पहली डोज तथा 58 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इसी तरह 84 प्रतिशत फं्रट लाईन वर्कर्स को प्रथम डोज तथा 48 प्रतिशत को दूसरी डोज दी जा चुकी है। इसी तरह 45 वर्ष से अधिक आयु वाले 61 प्रतिशत लोगों को टीके लगाए गए हैं। टेस्टिंग के संबंध में उन्होंने जानकारी दी कि राष्ट्रीय स्तर पर जहां प्रति 10 लाख पर एक लाख 92 हजार 650 टेस्ट किए जा रहे हैं, वहीं छत्तीसगढ़ में प्रति 10 लाख पर दो लाख 21 हजार 356 टेस्ट किए जा रहे हैं। वर्तमान में प्रतिदिन 53 हजार टेस्ट किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि आरटीपीसीआर और ट्रू नॉट लैबो की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए वर्तमान में 7 शासकीय और 5 निजी क्षेत्र में लैब हैं। इसी तरह 31 शासकीय ट्रू नॉट लैब और 5 लैब निजी क्षेत्र में हैं। शासकीय और निजी अस्पतालों में 815 वेन्टीलेटर उपलब्ध हैं।

हर जिले में कंट्रोल रूम स्थापित कर जरूरतमंदों को सूखा राशन और दवाईयां पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है। दल के विधायक, महापौर, पार्षद मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक माह का वेतन देंगे- मोहन मरकाम, प्रदेशाध्यक्ष कांग्रेस

स्वास्थ्य विभाग के रिक्त पदों पर जल्द भर्ती किया जाए। आयुषमान योजना में अन्य अस्पतालों को जोड़ जाए – शिवरतन शर्मा, भाजपा विधायक

ऑक्सीजन की कमी, निजी अस्पतालों द्वारा उपचार में अत्यधिक शुल्क की शिकायत मिल रही है- नीलकंठ त्रिपाठी, नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी

18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं के टीकाकरण, कोरोना मरीजों की टेस्टिंग और ट्रेकिंग पर फोकस किया जाना चाहिए- अमित जोगी, जनता कांग्रेस

रेमडेसीविर इंजेक्शन के उपयोग के बारे में जागरूक करने की जरूरत है – धनंजय परिहार, शिवसेना

चिकित्सा के क्षेत्र में ढांचागत सुविधाएं विकसित करने के लिए पीएम केयर फ ण्ड से विशेष राहत का विषय उठाया- धनराज महापात्र सीपीआईएम

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