बेमेतरा @ news-36.बच्चों को न्यूमोकोकल बीमारी से बचाने के लिए न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पी.सी.वी.) को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया गया है। इससे बच्चों को निमोनिया तथा दिमागी इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करने मे मदद मिलेगी। जो न्यूमोकोकस बैक्टिरिया द्वारा होने वाली बीमारियां हैं।
कलेक्टर एवं जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष शिव अनंत तायल की अध्यक्षता में आज हुई बैठक में जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति के सदस्यों को टीकाकरण के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद् लेने कहा।
बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस के शर्मा ने बताया कि जिले में 1500 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होने बताया कि, निमोनिया 5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। जो कई कारणों से हो सकता है। न्यूमोकोकस बैक्टिरिया से होने वाले निमोनिया का मुख्य कारण है। अपने बच्चों को पी.सी.वी. के तीन टीके पहला टीका डेढ़ माह में दूसरा टीका साढ़े तीन माह में और बूस्टर टीका 9 महीने पर लगवायें। बीमारी से सुरक्षा के लिए सुनिश्चित करें कि आपके बच्चें की पी.सी.वी. की कोई भी खुराक नहीं छूटे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि पी.सी.वी. एक सुरक्षित वैक्सीन है, अन्य वैक्सीन की तरह ही इससे भी आपके बच्चें को टीकाकरण के बाद हल्का बुखार या टीका देने के स्थान पर लालीपन हो सकता है।
गंभीर बीमारी का खतरा
यह निमोनिया से सांस के रास्ते से होने वाला संक्रमण है जिसकी वजह से फेफड़ों में सूजन आ सकती है। इससें सांस लेने मे मुश्किल होती है और शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है। पी.सी.वी. के टीकाकरण से बच्चों मे न्यूमोकोकस के कारण होने वाली बीमारियों और मृत्यु को रोका जा सकेगा। दो साल से छोटे बच्चों मे गंभीर न्यूमोकोकल बीमारी का खतरा रहता है लेकिन इसका सबसे अधिक खतरा एक साल से छोटे बच्चों मे होता। टीकाकरण से इससे बचा जा सकता है।
छोटे बच्चों को बीमारी से बचाने मुफ्त में लगाई जाएगी यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन
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