- कामधेनु विवि और मैनेज हैदराबाद के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जुड़े देशभर के प्रतिभागी
दुर्ग @ News-36. दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय, दुर्ग और मैनेज, हैदराबाद के सयुंक्त तत्वाधान में आज पशु पोषण तथा पशु स्वास्थ्य विषय पर विशेषज्ञों ने कृषि विभाग के अधिकारी और प्रगतिशील पशुपालकों को वर्चुअल प्रशिक्षण दिया।
कम लागत में तैयार करें अच्छा पोषक आहार-कुलपति
पहले दिन बुधवार को विवि के कुलपति डॉ एनपी दक्षिणकर ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के निर्धारित विषयों को पटल पर रखा। कुलपति डॉ दक्षिणकर ने विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, घरेलु स्तर पर पशुओं एवं पछियों के पोषण का उचित प्रबंधन किया जा सकता है और उनकी पोषक तत्वों की आवश्यकता की पूर्ति कर अधिक दुग्ध और अण्डा का उत्पादन लिया जा सकता है। इससे पशुपालकों के आय में वृद्वि होगी। उन्होंने इसके लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्य भोज्य अवयव को सम्मिलित कर सस्ता और कम लागत पर पशुओं के लिए पोषक आहार तैयार करने की बात कही।
तकनीकी का विस्तारीकरण जरूरी- डॉ पी. चंद्रशेखर
महानिदेशक डां. पी. चंद्र शेखर ने विश्वविद्यालयों में विकसित विभिन्न तकनीकों को पशुपालकों और मैदानी अधिकारी तक पहुंचा कर पशुपालन को लाभदायक बनाने की बात कही। उन्होंने वर्तमान परिपेक्ष्य में तकनीकी के विस्तारीकरण को आवश्यक बताया। वहीं महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस. के तिवारी, अधिष्ठाता ने पशुओं की सींग में होने कैंसर, यूरोलिथिसिस सहित अन्य बीमारियों का शल्य चिकित्सा के माध्यम से बेहतर उपचार पर प्रकाश डाला। शल्य चिकित्सा के माध्यम से पशुओं को नया जीवन दान देने की बात कही।
उत्पादक क्षमता में वृद्धि के उपाय
टी.वी.सी.सी. पशुचिकित्सा एवं विभागाध्यक्ष डॉ एसके मैती ने बताया कि, पहले दिन विशेषज्ञों ने प्रबंधन के माध्यम से पशुओं के उत्पादकत्ता क्षमता वृद्वि के उपाय पर प्रशिक्षण दिया। तीन दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय के अधिष्ठाता, डॉ. एस. के. तिवारी, डां शाहाजी फं ड, डा. आर. पी. तिवारी, डा. एस. के. मैती, डॉ. ए.के. सांतरा, डॉ. एस. एल. अली, डा. एम. के अवस्थी. डा. एम. के. गेंदले, डा. मीनु दुबे, डां. हमेश रात्रे व्याख्यान देंगे।
ई-बुक का वर्चुअल विमोचन
ई-बुक विमोचन भी किया गया। विशेषज्ञ एवं अतिथियों ने ई-बुुक में संग्रह जानकारी को पशुपालक और मैदानी इलाके में कार्य करन वाले कर्मचारी अधिकारियों के लिए बहुत ही उपयोगी बताया। अतिथियों ने ई-बुक के संपादक मंडल के सदस्यों को बधाई भी दी। बता दें कि ई-बुक को 12 रिसोर्स विशेषज्ञों ने तैयार किया है।
हर दिन चार विशेषज्ञों का व्याख्यान
हर दिन चार विषय विशेषज्ञों का पशु पोषण तथा पशु स्वास्थ्य विषय पर वर्चुअल व्याख्यान होगा।जिसमें पशु पोषण, प्रबंधन एवं स्वास्थ प्रबंधन के विभिन्न उपयोगी तकनीकों की जानकारी दी जाएंगी। जिससेे प्रतिभागी पशुपालन व्यवसाय को लाभदायक बनाने में सक्षम होगें। सह प्राध्यापक डां एम.के. गेंदले ने सभी अतिथि एवं प्रतिभागियों का आभार जताया। मैनेज हैदराबाद के कोर्स निदेशक डां शाहाजी फंड की ओर से द्वारा सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया गया।
23 जुलाई तक चलेगा कार्यक्रम
विवि के प्रभारी जनसंपर्क अधिकारी डॉ दिलीप चौधरी ने बताया कि, प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 जुलाई तक चलेगा। विवि ने कृषि विभाग के अधिकारी और पशुपालकों के लिए वर्चुअल प्रशिक्षण की व्यवस्था पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय अंजोरा में की गई है। उन्होंने बताया कि वर्चुअल प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के विभिन्न संस्थानों से 45 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया है।