रायपुर @ news-36. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस, मीडिया के लिए समर्थन का दिन है, जो प्रेस स्वतंत्रता के संयम, या उन्मूलन के लिए काम कर रहे हैं। यह उन पत्रकारों के लिए भी याद करने का दिन है, जिन्होंने एक कहानी की खोज में अपना जीवन खो दिया। इस दिन, एक पत्रकार के अधिकार, प्रेस स्वतंत्रता के उल्लंघन के साथ-साथ मीडिया के अधिकारों को दोहराया जाता है। साथ ही पेशेवर पत्रकारों की आवश्यक भूमिका जैसे गलत सूचना और अन्य हानिकारक सामग्री के प्रसार पर भी ध्यान दिलाती है।
इस वर्ष का थीम
इस वर्ष के विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस की थीम ” एक सार्वजनिक भलाई के रूप में सूचना “। इस विषय में कहा गया है कि प्रेस द्वारा प्रचारित महत्वपूर्ण जानकारी, जो जनता के लिए लाभदायक है।
वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी
वैश्विक सम्मेलन की मेजबानी यूनेस्को और नामीबिया सरकार द्वारा की जाती है। इस वर्ष यह सम्मेलन विंडहोक में हो रही है। वर्चुअल कार्यक्रम में दुनियाभर के मीडिया के कार्यकर्ताओं, नीति निर्माताओं, मीडिया और कानूनी विशेषज्ञों, कलाकारों और शोधकर्ता शामिल हुए हैं।
तीन प्रमुख विषयों पर होगी चर्चा
- ऑनलाइन मीडिया पर्यावरण की चुनौतियों से निपटने और कोविड-19 महामारी में समाचार मीडिया की आर्थिक व्यवहार्यता सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण कदम
- इंटरनेट कंपनियों की अधिक पारदर्शिता के लिए जोर देने पर
- पत्रकारों की सुरक्षा को मजबूत करने, और उनकी कार्य स्थितियों में सुधार
इतिहास
3 मई 1993 को संयुक्त राष्ट्र महासभा हुई थी। महासभा में दुनियाभर के अच्छे और ईमानदार पत्रकारों के खिलाफ बहुत सारे अपराधों का अनुभव को साक्षा किया गया। तब संपादकों और पत्रकारों ने यह कहा था कि अक्सर सूचनाओं को प्रसारित करने के लिए सलाखों के पीछे डाल दिए जाते हैं जो एक समुदाय के हित को ‘बाधितÓ कर सकती हैं, लेकिन वास्तव में, इसके विपरीत हैं। यह समझने के लिए उसी दिन 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के रूप में घोषित किया था। यूनेस्को के ऑड्रे अज़ोले महानिदेशक हैं।