भिलाई @ news-36. एक तरफ कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। वहीं दूसरी ओर, शहर के ये जाबांज युवा अपनी परवाह न कर रामनगर मुक्तिधाम में सेवाएंं दे रहे हैं और ना-नुकूर के बिना रामनगर मुक्तिधाम में मोर्चा संभाले हुए हैं। शहर में कोरोना का संक्रमण जब चरम पर थी और चारो तरफ हाहाकार की स्थिति थी, तब से ये जाबांज कोरोना वारियर्स बिना किसी भय, त्रास के रामनगर मुक्तिधाम में सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना से जान गंवाने वालों का अंतिम संस्कार की रस्म को पूरा करने से लेकर परिसर की साफ-सफाई में निगम प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं।
ये युवा न केवल शव का अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को पूरी करने में शोक सतंप्त परिवार का सहयोग करते हैं, बल्कि कंट्रोल रूम से मिलने वाली हर सूचना पर निगम की गाड़ी को दौड़ाते हुए हॉस्पिटल पहुंचते हैं।फिर हॉस्पिटल से शव लेकर मुक्तिधाम। अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी की व्यवस्था से लेकर चिता सजाने तक हर कार्य में आगे आकर सहयोग कर रहे हैं।
11 लोगों की टीम, कोई ड्रायवर तो कोई…
नगर पालिक निगम भिलाई के नोडल अधिकारी कृष्णा देशमुख ने बताया कि अप्रेल के पहले सप्ताह में स्थिति खराब हो गई थी तब मोनू और उनके 11 दोस्त सामने आए। इसमें कोई शव वाहन चलाने वाला ड्राइवर है जो अस्पताल से शव लेकर मुक्तिधाम आता है। इसमें वह शख्स भी है जो मुक्तिधाम में स्टोर से लकडिय़ां ले जाकर शवदाह स्थल पर चिता सजाता है। शव को एंबुलेंस से उतारकर चिता पर लिटाने तक का कार्य करते हैं। जब परिवार का सदस्य अस्थि संग्रह के लिए नहीं पहुंचता तो अस्थियों को एकत्र कर सुरक्षित स्टोर में रखने का काम भी यही लोग करते हैं।