दुर्ग @ News-36. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले दो चिकित्सक और फार्मासिस्ट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. उन्हें 2 दिन के अंदर अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं.समय अवधि में जवाब प्रस्तुत नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है.
औचक निरीक्षण में पहुंचे थे नोडल अधिकारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गंभीर सिंह ने सभी के नाम से नोटिस जारी कर यह कहा गया है कि प्रत्येक माह की 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है, लेकिन आज जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डॉ सतीश कुमार मिश्रा एवं जिला प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. सुगम सावंत,आपके संस्था का औचक निरीक्षण किया गया. जहां पर उन्होंने देखा कि जांच के लिए गर्भवती महिलाओं की लंबी लाइन लगी हुई थी. गर्भवती महिलाएं कोविड-19 के नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा था.अधिकारियों ने निरीक्षण में पाया कि स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर 12:00 बजे तक कोई भी चिकित्सा अधिकारी महिलाओं के जांच के लिए उपस्थित नहीं थे. जिससे गर्भवती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ा.चिकित्सकों का यह कृत्य कार्य के प्रति लापरवाही को प्रदर्शित करता है.
मामला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बघेरा का
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर ने News-36.को बताया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघेरा में पदस्थ डॉक्टर माधुरी वाहिने एवं डॉ रमाकांत चौरसिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
शराब के नशे में रहता है फार्मासिस्ट
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बोरी में पदस्थ फार्मासिस्ट सुरेंद्र भारती के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है. भारती के खिलाफ क्षेत्र केजनप्रतिनिधियों ने शराब के नशे में रहने और गर्भवती महिलाओं और लोगोंसे दूर व्यवहार की शिकायत की थी. इस संबंध में सीएचएमओ ने भारती को नोटिस जारी किया है. 2 दिन के अंदर कार्यालय में उपस्थित होकर अपना जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं. समय अवधि में उपस्थित होकर स्पष्टीकरण नहीं देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है. साथ ही उन्हें बोरी स्वास्थ्य केंद्र से हटाकर धमधा विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दारगांव में पदस्थ किया गया है.