गुजरात @ news-36. कोरोना वायरस के साथ-साथ देश में अब म्यूकोरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) का भी खतरा बढ़ रहा है। गुजरात के सूरत में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां कोरोना से ठीक हुए मरीजों में ब्लैक फंगस भी देखा गया है। चिकित्सकों के अनुसार ये इंफेक्शन नाक से शुरू होकर, जबड़े से होता हुआ दिमाग तक जाता है। अगर एक बार ये इंफेक्शन दिमाग तक पहुंच जाता है तो मरीज के बचने की संभावना बहुत कम हो जाती है।
15 दिना में सामने आए 40 मामले
पिछले 15 दिनों में सूरत में म्यूकोरमाइकोसिस के 40 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 08 मरीजों की आंख की रोशनी चली गई है। ये संक्रमण, कोरोना की वजह से फैल रहा है और इसका इलाज हो सकता है। लेकिन अगर इलाज में देरी हो जाए या इलाज न मिले तो इससे मरीज की मौत भी हो सकती है।
मुंबई में भी मिले केस
मुंबई में भी एक 29 सुहास वर्षीय शख्स में म्यूकोरमाइकोसिस का संक्रमण देखा गया। कोरोना से ठीक होने के बाद सुहास में ब्लैक फं गस के लक्षण दिखने लगे और हाल ही में उनकी सर्जरी की गई। दिमाग तक ये इंफेक्शन न पहुंच पाए, इसके लिए डॉक्टरों ने सुहास के ऊपरी जबड़े को हटा दिया।
मुंबई के ग्लोबल अस्पताल में
मुंबई के ग्लोबल अस्पताल में मौजूदा समय में म्यूकोरमाइकोसिस के 18 मरीज इलाज के लिए भर्ती हैं। महाराष्ट्र में ब्लैक फं गस के कई मामले सामने आ गए हैं, जिसमें से कई लोगों का ऊपरी जबड़ा निकालना पड़ा और एक की आईबॉल ही नष्ट हो गई। परेल के केईएम अस्पताल में 25 से ज्यादा मरीज इस बीमारी का इलाज करा रहे हैं।