जानें ‘वकील’ से ‘मुख्यमंत्री’ बनने तक कैसा रहा है विधायक दल के नेता हेमंत बिस्वा का सफर …

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नई दिल्ली @ news-36 असम में ऐतिहासिक जीत पाने के छह दिन बाद भाजपा विधायक दल के नेता के नाम से पर्दा उठ गया। राजनीतिक गलियारे में असम में कौन बनेगा मुख्यमंत्री की कशमकश चल रही थी। जिसे आज केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की मौजूदगी में हुई विधायक दल बैठक में सुलझा लिया गया। विधायकों ने हेमंत बिस्वा सरमा को असम में विधायक दल का नेता चुन लिया। इसी के साथ मौजूदा मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को दूसरी बार मुख्यमंत्री बनाए जाने के कयास पर विराम लग गया। इधर सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को अपना इस्तीफा भी सौंप दिया।

जालुकबारी विस सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक
हेमंत बिस्वा सरमा असम की जालुकबारी विधानसभा सीट से लगातार पांचवीं बार विधायक बने हैं। जालुकबारी विधानसभा सीट असम के बागपत जिले में आती है। 2021 में विस चुनाव में बीजेपी के हेमंत बिस्वा ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के रामेनचंद्र बोर ठाकुर को 101911मतों के अंतर से हराया है।

ऐसा है राजनीतिक सफर

  • हेमंत बिस्वा सरमा का जन्म 1 फ रवरी 1969 हुआ था।
  • हेमंत ने 1992 में पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। सरकारी लॉ कॉलेज से एलएलबी किया।
  • गुवाहाटी कॉलेज से पीएचडी की उपाधि ली। उन्होंने साल 1996 से 2001 तक गुवाहाटी हाईकोर्ट में प्रैक्टिस भी की ।
  • सरमा ने 2015 में कांग्रेस का साथ छोड़ भाजपा में शामिल हुए। बताते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के साथ राजनीतिक मतभेदों के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोडऩे का निर्णय लिया था।
  • 2016 की असम विधानसभा चुनाव में जीत के बाद असम के कैबिनेट मंत्री बनें।
  • हाल में सीएए विरोधी प्रदर्शन और कोरोना के हालात को संभालने में उनकी अहम भूमिका रही है।
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