रायपुर @ News-36. छत्तीसगढ़ विधानसभा के तीसरे दिन की कार्यवाही विधायक और स्वास्थ्य मंत्री के बीच चल रहे मनुमटाव के चर्चा के शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू को वक्तव्य के लिए बुलाया गया। जहां उन्होंने विधायक बृहस्पत सिंह द्वारा स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के ऊपर जान से मारने की कोशिश के जो आरोप के आरोप को निराधार बताया। वहीं रामानुगंज विधायक बृहस्पत सिंह के अपने बयान के लिए खेद जताया। इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल खड़े हुए और उन्होंने विपक्ष को धन्यवाद दिया।
इसके बाद विपक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री के सदन में आने तक विधानसभा की कार्यवाही रोकने की मांग की। कुछ ही देर में उनकी मांग हंगामे में बदल गई। प्रश्नकाल नहीं हो पाया। इसके कारण विधानसभा की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्ष का कहना था कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव विधानसभा नहीं पहुंचे। उन्हें आज चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज अधिग्रहण विधेयक सदन में पेश करना था। विपक्ष ने पूछा- क्या मंत्री का इस्तीफा हो गया है।
दोपहर बाद पहुंचे मंत्री
दोपहर २ बजे के बाद स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव विधानसभा पहुंचे तो भाजपा ने अध्यक्ष से काम रोककर धर्मांतरण के मुद्दे पर काम रोककर चर्चा कराने की मांग करना शुरू कर दिया है। वहीं भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के सदन छोड़ देने का मुद्दा उठाया। उन्होंने सिंहदेव का सदन में दिया भाषण भी मीडिया में लीक होने पर आपत्ति की। उनका कहना था, सदन की कार्यवाही का प्रसारण नहीं होता, फि र यह भाषण लीक कैसे हो गया। इसकी जांच की जानी चाहिए। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि विपक्ष को याद होगा कि लालकृष्ण आडवाणी भी इसी तरह सदन छोड़कर चले गए थे। भाजपा और जकांछ विधायकों ने इन दोनों उदाहरणों को इस मामले से अलग बताया।