भिलाई @news-36. जिलेे के प्रभारी व वन मंत्री मोहम्मद अकबर की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई डीएमएफ शासी परिषद की वर्चुअल मीटिंग में सभी सदस्यों ने कोरोना संक्रमण के तीसरी वेब से निपटने के लिए कई सुझाव दिए। डीएमएफ फंड का 50 फीसदी राशि को चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर करने और कोरोना के रोकथाम के लिए खर्च करने का सुझाव दिया। वहीं भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव ने टाउनशिप में पेयजल का मुद्दा उठाया। जिस पर प्रभारी मंत्री ने वे पर्यावरण मंडल के अधिकारियों को भी मौके पर भेजकर रिपोर्ट लेने की बात कही।
अपेक्षित सुधार नहीं
बैठक में विधायक यादव ने कहा कि,उनके द्वारा और जिला प्रशासन द्वारा बार-बार ताकीद दिये जाने के बावजूद टाउनशिप की पेयजल व्यवस्था में अपेक्षित सुधार बीएसपी प्रबंधन ने नहीं किया। जिस पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने जानकारी दी कि बीएसपी प्रबंधन को बताया गया है कि फि ल्टर प्लांट की टेक्नालाजी बदलें। साथ तात्कालिक रूप से ऐसे उपाय करें जिनसे अपेक्षित नतीजे सामने आए।
गंगरेल से छोड़ा गया है पानी, रिजल्ट दिखेगा तीन दिन बाद
कलेक्टर ने यह भी जानकारी दिया कि, आज ही प्रशासन ने पेयजल का पुन: टेस्ट कराया है और पहले से गुणवत्ता में सुधार परिलक्षित हुआ है। अभी वे गंगरेल से पानी मंगा रहे हैं इसका असर तीन दिनों में दिख सकता है। बीएसपी प्रबंधन को नागरिकों को अविलंब शतप्रतिशत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गए हैं।