दंतेवाड़ा @ news-36. मां और बच्चे का रिश्ता इस दुनिया में सबसे खूबसूरत और अनमोल है। पहली नजर का प्यार क्या होता है, ये सवाल कोई उस महिला से पूछे जिसके सामने पहली बार उसका नवजात शिशु आया हो। बच्चा दर्द में होता है, तकलीफ मां को होती है, वो मुस्कुराता है तो खुश मां होती है। मां के प्यार, त्याग, समर्पण को शब्दों में बताना आसान नहीं है। वैसे तो हर दिन ही बच्चों को पैरेंट्स के लिए खास बनाना चाहिए। दंतेवाड़ा में अपनी मां को इस्पेशल फील करवाने के लिए एक अनोखा मदर्स डे सेलिब्रेशन देखने को मिला, यहां गौमाता के साथ मदर्स डे मनाया गया।
पशुधन विकास विभाग ने गौमाता के सम्मान में मदर्स डे का आयोजन किया गया था। जहां पशु धन विकास विभाग द्वारा संचालित मां दंतेश्वरी गौ संवर्धन केंद्र में सभी गाय एवं बछड़ों को नहला धुला कर रंग बिरंगे सोहई बांधे गए, उनकी आरती और पूजा की गई और पुड़ी, केला व चारा खिलाया गया, वहां बछड़ों को अपनी मां का दूध पीने का मनोरम दृश्य भी देखने को मिला।
पशु धन विकास विभाग के उप संचालक अजमेर कुशवाहा ने बताया कि कलेक्टर दीपक सोनी ने निर्देश में पहले जिले के गोठानों में कार्यक्रम का आयोजन होने वाला था परन्तु कोविड 19 के संक्रमण को देखते हुए केंद्र के स्टॉफ के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हम केंद्र से यहां के गौ से उत्पादित ए टू मिल्क, दही, पनीर, घी का बड़ी मात्रा में विक्रय करते हैं। साथ ही कोरोना संकट में भी उनके दूध निर्मित गोल्डन मिल्क को पीने से इम्युनिटी बढ़ाने में मदद मिल रही है। इसलिए उनका आभार मानते हुए गौ माता के सम्मान में मदर्स डे का आयोजन किया गया।
मातृ दिवस की शुरुआत को लेकर कई किस्से प्रचलित हैं। माना जाता है कि एना जार्विस नामक एक अमेरिकी महिला ने मदर्स डे मनाने की शुरुआत की थी। कहा जाता है कि एना अपनी मां से बहुत प्यार करती थी और उनसे बहुत प्रेरित थी। ऐना अविवाहित थीं और अपनी मां के निधन के बाद उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए इस खास दिन की शुरुआत की।
एक मदर्स डे ऐसा भी : दंतेवाड़ा में गौमाता के साथ मनाया गया मदर्स डे
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