भिलाई @ News-36. कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और बड़ी संख्या में हर दिन लोग संक्रमित भी हो रहे हैं। ऐसे समय में अपनों का साथ खड़े होने के बजाय, लोग दूर भाग रहे हैं। अपने तक साथ देने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। यदि हर कोई ऐसा करेगा तो आप सोचिए पीडि़तों की मदद कौन करेगा? किसी न किसी को आगे आकर लोगों की मदद करना ही होगा। तभी हम क्रूर कोरोना से लड़ पाएंगे और महामारी से जीत पाएंगे। सहयोग और मदद ही मानवता का सार है।
कुछ ऐसा ही सीख हमें रविवार को हुई एक वाक्या में देखने को मिली। कोविड को दो बार मात दे चुके विधायक देवेन्द्र यादव ने कोरोना पीडि़त को हास्पिटल पहुंचाने में न केवल मदद की, बल्कि स्टॉफ की कमी से जूझ रहे अस्पताल में मरीज को गाड़ी से उतारने में भी सहयोग किया।
यह वाक्या रविवार की है। राजनांदगाव की रहने वाली कोविड पीडि़त महिला की स्थिति बिगडऩे पर उनके परिजन निजी वाहन से रायपुर ले जा रहे थे, लेकिन भिलाई पहुंचते ही सिलेंडर का ऑक्सीजन खत्म हो गया। पीडि़त की बेटी, जो स्कूटी में थी। वह मदद के लिए लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल पहुंची और स्टैंड में स्कूटी को खड़े कर भागते हुए हास्पिटल की ओर जा रही थी कि अचानक उनकी नजर मीडिया वालों के पास खड़े विधायक देवेन्द्र यादव पर पड़ गईं। युवती उनके पास गईं और विधायक से आपबीती सुनाते हुए सहयोग का आग्रह किया। विधायक ने बिना कोई देरी किए सुपेला अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करवाया और बेहतर इलाज की व्यवस्था के लिए अपने वाहन से पायलेटिंग करते हुए कचांदुर स्थित चंदूलाल चंद्राकर कोविड केयर सेंटर लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने मरीज की स्थिति के अनुसार वेंटीलेटर पर रखा है।