भिलाई @news-36.नगर पालिक निगम भिलाई के पूर्व नेताप्रतिपक्ष संजय दानी ने विधायक देवेन्द्र यादव और कांग्रेस के नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि, उन्हें टीकाकरण केन्द्र से फुर्सत मिल गयी हो तो शहर में और भी समस्याएं है।जिनका निराकरण जरूरी है। दानी का कहना है कि लगभह डेढ़ माह से टाउनशिप और हुडको के निवासी दूषित व मटमैला पानी पीने के लिए विवश है,मगर विधायक महोदय और कांग्रेस के नेतागणों के कानों में जू तक नही रेंग रही है।सिर्फ समाचार पत्रों के माध्यम से बयानबाजी की जा रही है।
पूर्व नेताप्रतिपक्ष ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही नगर सेवायें विभाग के महाप्रबंधक बयान आया था कि, अब भिलाई विधानसभा में गंगरेल जलाशय से जलापूर्ति की जायेगी और पानी 2 या 3 दिनों में साफ हो जायेगा। मगर अभी भी पीने का पानी मटमैला व दूषित है,और प्रबंधन पीने के पानी मे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी नहीं होने का दावा कर रहा है। जो कि एक सोची समझी साजिश है कि हुडको में भिलाई पेयजल आवर्धन योजना के अंतर्गत जलापूर्ति हो और निगम को टैक्स के रूप में हर माह मोटी रकम टैक्स के रूप में हुडको के सेवानिवृत्त श्रमवीरों से पानी का मीटर लगाकर वसूले।
जिसके कारण हुडको के प्रत्येक घरों में पीने के पानी की आपूर्ति के व्यवस्था के लिए लगभग प्रति मकान 10,000 से 15000 रुपये खर्च करना पड़ेगा,जिसकी तैयारी जोरशोर से हुडको के वार्डों में चल रही है। दानी ने आशंका जाहिर किया है कि 7 से 8 वर्ष पूर्व हुडको के दोनों वार्डों में जलापूर्ति हेतु बिछाई ग ई (mdp pipe line) जो नीले रंग का प्लास्टिक पाइप है, उसकी वर्तमान स्थिति क्या है ? और वह कितने उपयोग की है उसे कहा नही जा सकता? जबकि हुडको के दोनों वार्डों के लिये पूर्व की सरकार ने अमृत मिशन योजना के अंतर्गत जलापूर्ति के लिए (ducktile iron) के पाइप की व्यवस्था जल के वितरण पाइपलाइन बिछाई गई थी,उस समय निगम में कांग्रेस पार्टी की ही तत्कालीन महापौर पदासीन थी,उस (ducktile iron pipe) को नहीं बिछाया गया।
दानी का कहना है कि इस माह प्रत्येक हुडकवासिओं के घर मे लगभग डेढ़ माह का बिल 2000 से लेकर 10,000 रुपये का बिजली बिल आया है, अगर एक एक माह का बिल आता तो दो बार उपभोक्ताओं को सब्सिडी मिलती मगर 50 दिनों का एक साथ बिल आने के कारण 1माह की सब्सिडी जो लगभग 500 रु .प्रति घर हो सकती है। इसे 2500 मकानों दुकानों का मान कर चले तो छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल के खाते में हुडकोवासियों का लाखो रुपया सब्सिडी का विद्युत मंडल के खाते में चला गया जो उपभोक्ताओं के अधिकार की राशि है।
इस संवेदनशील और गंभीर समस्या पर कांग्रेस के नेतागणों का ध्यान नही जा रहा है कि कैसे इतने बढ़े हुए बिल का भुगतान हुडकोवासी करेंगे। इनके नेताओं को टीकाकरण केन्द्र से फुर्रसत मिले तब ये लोग बाकी ज्वलंत समस्याओं पर अपना ध्यान केन्द्रित करेंगे, जबकि प्रत्येक टीकाकरण केन्द्र में किसी भी राजनैतिक दल के कार्यकर्ताओं की कोई आवश्यकता नही है जिला प्रशासन,जिला चिकित्सालय और निगम के द्वारा प्रत्येक निवासियों को आधार कार्ड व राशन कार्ड देखकर और पंजीयन के आधार पर टीकाकरण के कार्यक्रम को मूर्तरूप दिया जा रहा है।
मगर कांग्रेस के नेताओं का टीकाकरण केन्द्र से मोहभंग नही हो रहा है,सेवाभाव नहीं वीडियोग्राफी की राजनैतिक प्रतिस्पर्धा का प्रदर्शन हो रहा है,सेवा करना ही है तो हुडकवासिओं को शुध्द पेयजल निःशुल्क उपलब्ध कराओ बिजली का इतना बढ़ा हुवा बिल आया है उसमें रियायत दिलवाओ वैसे भी करोना के कारण हर इंसान आर्थिक रूप से टूट गया है, निःस्वार्थ इंसान जब सेवा करता है तो दाहिने हाथ से की गयी सेवा बायें हाथ को पता नही चलती और जनता निगम से ही संबंधित समस्याओं से जूझ रही है,जिसके लिये कांग्रेस के नेतागण संघर्षरत है, और इनके बीच आपसी रस्साकसी चल रही है कि कौन कितना टीकाकरण केन्द्र में सक्रिय है, बाकी समस्या को दरकिनार करो फिलहाल हमारा ध्यान तो आगामी निगम चुनावों तक सीमित है जनहित से जुड़ी समस्या को बाद में देखा जायेगा।