भिलाई. छत्तीसगढ़ के दुर्ग पुलिस ने हत्या के आरोपियों को चेहरे पर कालिख पोतकर मोहल्ले में घुमाया और कई जगहों पर रोक कर उन्हें दंड बैठक भी लगवाया। इस दौरान आरोपियों ने “हत्या करना पाप है,पुलिस हमारा बाप है ” जैसे नारे भी लगाए। रंजीत की हत्या के मामले में भाजयुमो से निलंबित लोकेश पांडेय और चिकू निखिल एंजल फरार है। पुलिस की टीम आरोपियों की तलाश में जुटी है।
बता दें कि शनिवार की रात को नगर पालिक निगम भिलाई के साईं नगर केम्प 1 सुभाष चौक निवासी रंजीत सिंह (21)की कुछ युवकों ने हत्या कर दी थी। रंजीत की हत्या करने के बाद आरोपियों ने उनके शव को कार में भरकर सुपेला स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल परिसर में फेंक फरार हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
उन्हीं आरोपियों के चेहरे पर कालिख पोतकर आज कैम्प 01 सुभाष चौक एवं आसपास के एरिया में घुमाया। इस बीच पुलिस ने आरोपियों से कई जगहों पर दंड बैठक भी लगवाए। पुलिस, रंजीत के हत्या के आरोप में सोना उर्फ जोश अब्राहम पिता जोसफ उर्फ राकेश अन्ना उम्र 22 वर्ष साक्षरता चौक के पास केम्प 1, गणेश्वर उर्फ अमन भारती उर्फ टिम्पू पिता नेमचंद भारती उम्र 24 वर्ष शिवमंदिर के पास साक्षरता चौक केम्प 1 , बिसेलाल भारती उर्फ छोटू पिता नेमचंद भारती उम्र 27 वर्ष शिव मंदिर के पास साक्षरता चौक केम्प 01, पिन्टू उर्फ प्रीतम सिंह पिता विजय सिंह चौहान उम्र 22 वर्ष इंदिरा नगर सुपेला, भूपेन्द्र साहू पिता कामता प्रसाद साहू उम्र 23 वर्ष साक्षरता चौक के पास केम्प 01 और निखिल साहू पिता अशोक साहू उम्र 19 वर्ष साक्षरता चौक के पास शास्त्री नगर केम्प 1 को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने टिम्पू , सोना , चिंकू एवं अन्य के खिलाफ धारा 294 , 506 , 323 , 302 , 34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।
फिल्मी स्टाइल में दिया था घटना को अंजाम
आरोपियों ने फिल्मी स्टाइल में घटना को अंजाम दिया है। आरोपियों ने रंजीत की हत्या करने से पहले भाजयुमो से निलंबित नेता लोकेश पांडेय के दुकान में बैठकर प्लानिंग की। फिर कार और मोटर सायकल में सवार होकर कैंप 1 पहुंचे। जहां हनुमान मंदिर के पास बैठे रंजीत सिंह, शुभदीप व पीटर को हाथ मुक्का च बेस बल्ले से मारपीट की। इस बीच रंजीत के दोस्त शुभदीप व पीटर वहां से भाग गए। आरोपियों ने रंजीत के पेट पर चाकू से घातक वार कर हत्या कर दिया। इस घटना की शुभदीप सिंह पिता पपिंदर सिंह ने छावनी थाना में रिपोर्ट मौखिक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद से पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई थी।
पुलिस के अनुसार मृतक रंजीत और आराेपियों के बीच पुरानी रंजिश थी। हत्या के दिन 19 जून को आरोपी टिम्पू , सोना , चिंकू एवं अन्य साथी सभी बिहारी मोहल्ला तालाब के पहुंचे। मृतक रंजीत सिंह को पुरानी रंजीश को लेकर गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगे। विरोध करने पर सभी ने बेसबाल के स्टीक से वार किया और धारदार हथियार एवं हाथ मुक्का से प्राणघातक हमला किए। प्रार्थी शुभदीप सिंह जान बचाकर भागा, किन्तु रंजीत सिंह को आरोपियों ने घेर लिया और हत्या कर फरार हो गए।
रिश्तेदार के घर छिपे थे आरोपी
पुलिस अधीक्षक डॉ.अभिषेक पल्लव ने आरोपियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ( शहर ) संजय ध्रुव, नगर पुलिस अधीक्षक ( छावनी ) कौशलेन्द्र देव पटेल, क्राइम ब्रांच प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा, थाना प्रभारी छावनी निरीक्षक विशाल सोन के नेतृृत्व में तीन टीम बनाई। टीम को सीसीटीवी फुटेज के आधार रायपुर, राजनांदगांव और धमधा की ओर रवाना किया, लेकिन आरोपी लोकेशन बदल रहे थे। इस वजह से पहले दिन सफलता नहीं मिली। दूसरे दिन राजनांदगांव की टीम ने जालबांधा में दबिश देकर सोना उर्फ जोश अब्राहम , अमन उर्फ टिम्पू, बिसेलाल उर्फ छोटू, भूपेन्द्र साहू एवं पिन्टू सिंह को गिरफ्तार किया। यहां आरोपी अपने रिश्तेदार के घर छिपे हुए थे। वहीं निखिल साहू को ग्राम रसमड़ा में घेराबंदी कर पकड़ा।
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अमन और मृतक रंजीत सिंह के बीच कुछ दिनों पहले विवाद हुआ था।जिसे लेकर रंजीत ने अमन को जान से मारने की धमकी दिया था। इससे नाराज अमन ने अपने साथी सोना उर्फ जोश अब्राहम, बिसेलाल उर्फ छोटू, भूपेन्द्र साहू, पिन्टू सिंह, चिकू उर्फ निखिल एंजल एवं निखिल साहू के साथ मिलकर लोकेश पाण्डेय की दुकान में बैठकर रंजीत सिंह की हत्या करने की योजना बनाई। सभी लोकेश पांडेय की फॉरच्यूनर कार और मोटर साइकलों में बेस बल्ला, चाकू आदि रखकर सांई नगर हनुमान मंदिर के पास पहुंचे। जहां उनकी हत्या करना स्वीकार किया।
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