ताराचंद सिन्हा / भिलाई @ आगामी खरीफ सीजन में किसानों को प्रमाणित बीजों को लेकर परेशानी न हो। इस बात को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम लिमिटेड रुआबांधा के बीज प्रक्रिया केन्द्र से जिले के सेवा सहकारी मर्यादित केन्द्रों में प्रमाणित बीजों की सप्लाई शुरू हो गई है। बीज प्रक्रिया केन्द्र रुआबांधा से अब तक जिले के 88 समितियों में 16524 क्विंटल खरीफ बीज का भंडारण किया जा चुका है।
34 समितियों से 12060 क्विंटल धान की डिमांड
धमधा विकासखंड के अंतर्गत 34 समितियों से अब तक 12060 क्विंटल धान की डिमांड आई। इसके विरूद्ध प्रक्रिया केन्द्र से 5864 क्विंटल प्रमाणित बीज की सप्लाई की जा चुकी है। इसी प्रकार पाटन विकासखंड के 35 समितियों को 16565 क्विंटल मांग के विरुद्ध 6357.20 क्विंटल बीज की आपूर्ति की गई है। दुर्ग विकासखंड के 21 सहकारी समितियों को 8875 क्विंटल मांग के विरुद्ध 4292.70 धान क्विंटल बीज उपलब्ध कराया गया है। समितियों के डिमांड के अनुसार बीज की सप्लाई किया जा रहा है।
धान के किस्म– डीडीआर-42, महामाया, आईआर-64, राजेश्वरी, स्वर्णा, स्वर्णा सब-1, एमटीयू-1001, दुर्गेश्वरी, पीकेवी-एचएमटी के प्रमाणित बीज समिति और बीज प्रक्रिया केन्द्र में उपलब्ध है।
अरहर के किस्म– राजीव लोचन, आशा और टीजेटी के 80.44 क्विंटल पैक्ड बीज उपलब्ध है।
बीज की कमी नहीं
बीज प्रक्रिया केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में धान, अरहर और हरी खाद के अंतर्गत सन बीज उपलब्ध है। जिसे सेवा सहकारी मर्यादित समितियों के डिमांड के अनुसार सप्लाई किया जा रहा है।
एसके बेहरा प्रबंधक, बीज प्रक्रिया केन्द्र