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In side story : शहर में इन कार्यों के लिए याद किए जाएंगे अधीक्षण अभियंता सिंह

भिलाई @ news-36. विकास कार्य को लेकर किसी शहर की तब तक चर्चा नहीं होती है, जब तक कि वहां पदस्थ अधिकारियों की तकनीकी सोच, दूरगामी परिणाम वाला न हो। दूरगामी सोच के साथ तैयार किए गए प्रस्ताव और सुनियोजित विकास कार्य ही लोगों को लंबे समय तक राहत देती है। यही एक कुशल अधिकारी की खासियत होती है, जो जनप्रतिनिधियों के साथ सामंजस्य बनाकर उनकी मंशानुरूप बड़ी-बड़ी योजनाएं बनाते हैं और समय-सीमा के अंदर धरातल पर उतार देते हैं। यह कार्र्य तब और यादगार बन जाती है, जब उनके अपने, कार्यों की प्रशंसा करें।


कुछ ऐसे वाक्या 30 जून को नगर पालिक निगम भिलाई मुख्यालय के सभागार में देखने को मिला। अवसर था 16 अधिकारी कर्मचारियों के विदाई समारोह का। जहां निगम प्रशासन परिवार ने 62 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके अधीक्षण अभियंता सत्येन्द्र सिंह, सहित 16 अधिकारी कर्मचारियों को ससम्मान विदाई दी। जहां निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी ने अधिकारी कर्मचारियों को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र भेंट करते हुए कठिन परिस्थितियों में किए गए उनके कार्य और अनुभवों को निगम परिवार के साथ साझा किया।


दरअसल मेंं निगम आयुक्त रघुवंशी और उपायुक्त अशोक द्विवेदी सयुंक्त रूप से शहर के विकास कार्यो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, अधीक्षण अभियंता सिंह ने अमृत मिशन जल आवर्धन योजना द्वितीय फेज को लेकर जो सुनियोजित कार्य किया है। उन कार्यों की शहर, प्रदेश और देश में सराहना हुई है। निगम प्रशासन को पुरस्कार भी मिले हैं। उनकी प्लानिंग वजह से शहर की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी अमृत मिशन जल आवर्धन योजना द्वितीय फेज का कोरोनाकाल में भी सफल क्रियान्यवयन हो पाया। शहर, कुछ ही दिनों में टैंकर मुक्त हो जाएगा। लोगों को शिवनाथ का शुद्ध जल मिलने लगेगा।

सेवानिवृत्ति के बाद 1 जुलाई की सुबह News-36 उनसे पहली दिनचर्या को लेकर चर्चा की। उनसे 62 साल के सेवाकाल में दिल को सुकुन देने वाले पांच कार्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इन पांच कार्यों को बताते हुए खुश नजर आए..

  1. अधीक्षण अभीयंता सिंह, शिवनाथ का जल आर्वधन द्वितीय फेज योजना का प्रोजेक्ट बनाने वाले अधिकारी के रूप में जाने जाएंगे। उनके दूरगामी सोच की वजह से पहले तैयार जल आवर्धन द्वितीय फेज को भारत सरकार की महत्वाकांक्षी अमृत मिशन योजना के लागू होते ही भिलाई निगम को 442 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति मिली । अधीक्षण अभियंता सिंह ने अमृत मिशन योजना लागू होने पहले भिलाई के लिए दो स्थानों पर फिल्टर प्लांट, 10 स्थानों पर पानी टंकी और पाइप लाइन का ड्राईंग-डिजाइन तैयार किया था। केन्द्र सरकार ने 2016-17 में योजना लाई तो उसें रिवाइज कर हाई पावर कमेेटी के समक्ष प्रस्तुत किया। प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिलने के बाद टंकी के निर्माण से लेकर पाइप लाइन बिछाने तक हर एक कार्य की सतत मॉनिटरिंग किया। इसका नतीजा रहा है कि नगर पालिक निगम भिलाई और रिसाली के हर वार्ड में पाइप लाइन बिछाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। बाद में योजना के तहत कुछ और कार्यों की स्वीकृति मिली है जिसका कार्य चल रहा है।

2. उन्होंने तत्कालीन महापौर निर्मला यादव के कार्यकाल में नेशनल हाइवे पर Traific के दबाव से निजात दिलाने के लिए पावर हाउस से एसीसी चौक सहित 12 पीएमसी रोड का प्रोजेक्ट तैयार किया था स्वीकृति मिलने के बाद रोड का निर्माण हुआ। निवर्तमान महापौर व विधायक देवेन्द्र यादव के कार्यकाल में खुर्सीपार से नंदिनी रोड तक केनाल रोड का निर्माण का प्रोजेक्ट तैयार किया ।

3. गरीब तबके के लोगों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 9363 के लक्ष्य के विरूद्ध 6585 आवास निर्माण के लिए स्थल चयन, और प्रोजेक्ट भी उन्होंने ही बनाया। 2406 परिवारों को मोर जमीन मोर मकान योजना के तहत पक्का आवास निर्माण के लिए अनुदान और निजी कॉलोनियों में ईडब्ल्यूएस के आरक्षित जमीन पर 5339 परिवारों के लिए किफायती दर पर आवास की उपलब्धता सुनिश्चत किया। इस कार्य के लिए केन्द्रीय शहरी पर्यावरण एवं आवास मंत्रालय ने निगम प्रशासन को पुरस्कृत भी किया है।

4. निवर्तमान महापौर व भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव के मंशानुरूप तीन तालाब के नाम से चर्चित बापू नगर तालाब का सौंदर्यीकरण और शहीद ए आजम भगत सिंह की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के लिए सेक्टर-5 शहीद पार्क का प्रस्ताव तैयार कर धरातल पर लाया। शहीद पार्क, प्रदेश और देश में भिलाई की पहचान बन गई है।

5. निगम कर्मचारियों के हित में लिए गए इंक्रीमेंट और पदोन्नति के निर्णय को यादगार कार्यों में से अहम बताया।

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