
रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को भेंट मुलाकात अभियान के दौरान कांकेर के जिले के गांधी ग्राम कुलगांव में पहले ग्रामीण औद्योगिक पार्क का लोकार्पण किया। इंदिरा वन मितान समूह को वन विभाग की ओर से पार्क की स्थापना दिए गए 50 लाख रुपए लोन को माफ करने की घोषणा भी की।
ग्रामीण औद्यागिक पार्क की व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी ग्राम कुलगांव को देखकर महसूस हो रहा है कि हम गांधी जी के सपनों को पूरा करने की दिशा में सफल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गौठानों को हमने रोजगार ठौर के रूप में विकसित करने के निर्देश दिये थे ताकि बड़ी ग्रामीण आबादी को विभिन्न रोजगारमूलक गतिविधियों से जोड़ा जा सके।

ढेंकी से चावल भी निकाला
यह काम कितना उपयोगी हो सकता है और इससे लोगों के लिए किस बड़े पैमाने पर आर्थिक अवसर पैदा किये जा सकते हैं।गांधी ग्राम कुलगांव इसका सुंदर उदाहरण है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का माल्यार्पण करने के बाद केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने ढेंकी से चावल निकाला। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारी सुंदर परंपरा है और इससे धान की गुणवत्ता भी सुरक्षित रहती है। उन्होंने विभिन्न स्वसहायता समूहों द्वारा की जा रही रोजगारमूलक गतिविधियों का निरीक्षण किया।
लोन माफ करने के निर्णय से खुशी से भर गई समूह की महिलाएं
गांधी ग्राम ग्रामीण औद्योगिक पार्क के लिए वन विभाग ने इंदिरा वन मितान समूह कुलगांव को 50 लाख रुपए का लोन चक्रीय निधि से दिया था। जब मुख्यमंत्री ने पार्क देखा और अद्भुत कल्पनाशीलता के साथ हो रहा कार्य देखा तो बड़े खुश हुए और समूह का 50 लाख रुपए का ऋण माफ करने की घोषणा की। घोषणा होते ही समूह की महिलाएं खुशी से भर गईं और उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया।
आंगनबाड़ी में अंडे बेचती है महिलाएं
मुख्यमंत्री ने पार्क के आदर्श गौठान में केज सिस्टम के माध्यम से लेयर फार्मिंग और अंडा उत्पादन का कार्य देखा। शीतला स्वसहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि हर दिन लेयर फार्मिंग के माध्यम से 150 से 180 अंडे का उत्पादन हो रहा है और इसे आंगनबाड़ी में बेचा जा रहा है। इससे 50 हजार रुपए का लाभ प्राप्त हो चुका है।
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वहीं पूजा स्वसहायता समूह की महिलाएं मछली आहार का उत्पादन कर रही हैं और इसके माध्यम से 60 हजार रुपए कमा चुकी हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने 10 क्विंटल मछली आहार के फ्लोटिंग वाहन को रवाना किया। यहां उन्होंने दोना पत्तल निर्माण ईकाई भी देखी। जय बूढ़ादेव समूह द्वारा हर दिन लगभग दस हजार पत्तल बनाये जा रहे हैं।
सरस्वती स्वसहायता समूह दलहन के प्रसंस्करण का कार्य और जय सेवा समूह हल्दी मिर्च का प्रसंस्करण कार्य कर रही हैं। इसी तरह हथकरघा वस्त्र प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिलाओं से भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की। साथ ही यहां बकरीपालन आदि की गतिविधि भी की जा रही है।
आम काटने के लिए स्ट्रील के चाकू का उपयोग करें
मुख्यमंत्री ने ग्रामीण औद्योगिक केंद्र में चल रही गतिविधियों के दौरान समूह की दीदियों को सुझाव भी दिये। सीएम ने कहा कि आम काटने स्टील के चाकू का उपयोग करें, महुआ संग्रहण के लिए नेट का उपयोग करें। लोहे के चाकू से काटने से अमचूर काला पड़ जाता है। कटेकल्याण में महुआ इकट्ठा करने नेट का प्रयोग किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि बकावंड में काजू प्रसंस्करण हो रहा है इससे 250 महिलाओं को रोजगार मिला है। आप लोग चिरौंजी का प्रसंस्करण बड़े पैमाने पर करें। इससे बड़े पैमाने पर आय होने की उम्मीद है।इस मौके पर विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, मुख्यमंत्री के सलाहकार राजेश तिवारी एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।