पाटन में बिजली कटौती न वोल्टेज की समस्या
भूमि अधिग्रहण के मूल्यांकन और मुआवजा में भी पाटन और दुर्ग में अलग अलग मापदंड
बिजली, खाद, सूखा राहत के मुद्दों पर 23 को दुर्ग में किसानों का प्रदर्शन
दुर्ग@ news-36.प्रगतिशील किसान संगठन की गत दिवस सभा हुई जिसमें शासन प्रशासन पर जिले के तहसीलों में भेदभाव करने का आरोप लगाया गया, किसानों में इस बात के लिये आक्रोश है कि अनियमित बारिश के कारण किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं अपने फसल की रक्षा करने के लिये गहरी चिंता में हैं, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के दुर्ग और कृषिमंत्री रविंद्र चौबे के धमधा तहसील के नलकूप वाले किसान भी इसलिये सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं कि कई दिनों तक बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है किसी दिन कुछ घंटों के लिये बिजली मिलती है तब कम वोल्टेज के कारण पंप काम नहीं करते, अक्सर एक फेस में बिजली की आपूर्ति बंद रहती है, ऐसे संकट की घड़ी में भी रोज 6 घंटों तक बिजली की कटौती जारी रखा गया है जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पाटन तहसील में 6 घंटे की बिजली कटौती बंद कर दी गई है किसानों को 24 घंटे बिजली की निरंतर आपूर्ति की जा रही है और वोल्टेज भी पूरा मिल रहा है,
मुख्यमंत्री और गृहमंत्री के क्षेत्रों में भेदभाव करने का दूसरा उदाहरण देते हुए किसानों ने कहा कि पाटन क्षेत्र में एडीबी प्रोजेक्ट के अंतर्गत सेलूद, रानीतराई पाटन रोड का निर्माण किया गया है जिसमें प्रचलित आबादी के मुख्यमंत्री पट्टाधारियों को भू स्वामि मानकर मुआवजे की गणना की गई है जबकि दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में एडीबी प्रोजेक्ट के अंतर्गत ही ठेलकाडीह से बोरई, नगपुरा, मालूद, बेलौदी, चिखली, दुर्ग रोड का निर्माण किया जा रहा है जिसके प्रचलित आबादी के मुख्यमंत्री पट्टाधारियों को भूमि स्वामि नहीं माना जा रहा है और मुआवजे की राशि से वंचित किया जा रहा है,
किसान इस बात को लेकर भी नाराज हैं कि जब किसानों को यूरिया की सख्त जरूरत है तब सरकार यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति नहीं कर रही है किसान यूरिया के लिये भटक रहे है,
किसान संगठन इस बात के लिये चिंतित है कि अनियमित वर्षा के कारण सिंचित और असिंचित दोनों धान की फसलें 40%-50% तक खराब हो गई है, सरकार को प्रभावित गांव के किसानों को आरबीसी 6-4 के प्रावधान के अनुसार सूखा राहत प्रदान करने की कार्यवाही अविलंब शुरू कर देना चाहिये,
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने बिजली, खाद, सूखा राहत और मुआवजे में भेदभाव के मुद्दों पर सोमवार 23 अगस्त को दुर्ग में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है, संगठन की बैठक में एड. राजकुमार गुप्त, आई के वर्मा, उत्तम चंद्राकर, परमानंद यादव, बंशी देवांगन, दीपक यादव, बद्रीप्रसाद पारकर, बाबूलाल साहू, कल्याण सिंह ठाकुर, संतु पटेल, यीशू साहू, विष्णु साहू, वेदनाथ हिरवानी, मंगलूराम बघेल, गौरवसिंह ठाकुर, लता चंद्राकर सहित बड़ी संख़्या में किसान मौजूद थे