- मुख्यमंत्री ने महिला एवं बाल विकास मंत्री भेंडिय़ा से प्रस्ताव प्रस्तुत करने कहा
रायपुर @ news-36. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना संकट काल और लॉकडाउन के दौरान फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मृत्यु के प्रकरणों में उनके पारिवारिक सदस्यों को नियुक्ति करने के प्रस्ताव पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया है।
कैबिनेट की वर्चुअल बैठक के दौरान आज महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडिय़ा ने मुख्यमंत्री बघेल से इस विषय पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं घर-घर जाकर रेडी-टू-ईट के पैकेट का नियमित रूप से महिलाओं और बच्चों को वितरण कर रही है। इसके साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य एवं टीकाकरण की भी निगरानी कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट काल में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की चिंता करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने सेवा का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। उनके सुझाव पर मुख्यमंत्री ने महिला एवं बाल विकास मंत्री भेंडिय़ा को इस संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा है।
बता दें कि कोरोना संक्रमण की वजह से आंगनबाड़ी केन्द्र बंद हैं। इसके बावजूद आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने बच्चों एवं महिलाओं को खाद्यान्न सामग्री का वितरण नियमित रूप से जारी रखा है। इसके अलावा बच्चों को पात्रता अनुसार साप्ताहिक टीकाकरण के कार्य के साथ ही कोविड से बचाव के लिए लोगों को टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं।