रायपुर @ news-36.कहा जाता है कि हौसले बुलंद हो तो हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। कुछ ऐसे ही बुलंद हौसले से दिव्यांग चित्रसेन साहू ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। चित्रसेन ने कृत्रिम पैर की मदद से यूरोपीय महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी “माउंट एलब्रुस” फतह कर तिरंगा फहराया है और कृत्रिम पैरो की मदद से 5642 मीटर ऊंचा माउंट एलब्रुस फतह करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। देश के पहले डबल अम्पुटी पर्वतारोही होने का रिकॉर्ड भी बनाया है।
चित्रसेन ने News-36.com से अपने अनुभव शेयर करते हुए कहा किबर्फीला तूफान और तेज हवाओं की वजह से उनकी तबियत खराब हो गई थी। पानी पीने पर उल्टियां होने लगी थी। दोनों पैरों में काफी दर्द हो रहा था। पहाड़ पर माइनस 15 से 25 डिग्री तापमान मुश़्किल साबित हो रहा था, लेकिन मिशन के सामने सभी बौना लगा और लक्ष्य को हासिल करने के लिए तकलीफ पर ध्यान नहीं दिया। दृढ़ इच्छा शक्ति से कोशिश करते हुए पहाड़ चढ़ते गया। चोटी पर पहुंचकर तिरंगा फहराया।
10 घंटे लगे
चित्रसेन ने बताया कि 5642 मीटर की उंचाई को तय करने में 10 घंटे समय तय किया था, लेकिन दो घंटे पहले ही चोटी पर पहुंच गया। 8 घंटे में ही मैं चोटी पर था। वहां जाकर भारत माता के जयकारे और छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का नारा लगाया।