न्यूज डेस्क @ News-36. तहसील कार्यालय में पदस्थ तहसीलदार का बाबू आनंद धु्रव कब्जाधारी को नोटिस देने के नाम पर एक व्यक्ति से 1 हजार रूपए घूस लेते पकड़ा गया। मामले में शिकायतकर्ता ने बाबू का पैसा लेते वीडियो बनाकर कलेक्टर से शिकायत कर दी। कलेक्टर ने एसडीएम को जांच के निर्देश दिए है।
मामला बेरला विकासखंड का
मामला बेरला ब्लॉक के ग्राम पंचायत रांका का है। जहां रांका निवासी सनत निषाद ब्यारा के रास्ता में हुए कब्जे को हटाने के मामले को लेकर तहसील कार्यालय का चक्कर लगा रहा है। लेकिन शिकायत के 2 साल बीत जाने के बाद भी अधिकारियों द्वारा न तो मामले की जांच की और न ही कब्जा हटाया गया। जिससे किसान परेशान था।
इधर तहसील कार्यालय में पदस्थ बाबू आनंद धु्रव कब्जाधारी को नोटिस देने के नाम पर 1 हजार रूपए देने के बाद ही काम करने की बात कह 1 साल से घुमा रहा था। परेशान किसान सनत निषाद ने सोमवार को बाबू आनंद धु्रव का घूस लेते वीडियो बना लिया। जहां मंगलवार को पीडि़त ने कलेक्टर भोसकर विलास संदीपान से मामले की शिकायत कर घूसखोर बाबू की घूस लेते वीडियो फुटेज जमा कर कार्रवाई की मांग की। ताकि इस तरह की घटना किसी और के साथ न हो।
किराया देने नहीं थे पैसे, गुहार लगाने पर 100 रुपए लौटाया
शिकायतकर्ता सनत निषाद ने बताया कि घर के ब्यारा के मुख्य रास्ता में हुए कब्जा को लेकर दो साल से तहसील कार्यालय में भटक रहा है। गुहार लगाने के बावजूद अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे है। उन्होंने बताया कि बेरला तहसील कार्यालय में पदस्थ बाबू आनंद धु्रव कब्जाधारी को नोटिस देने के नाम पर 1 हजार रूपए डिमांड किया था। पैसे नहीं दे पाने में असमर्थता जताया तो काम नहीं होने की बात कह वापस लौटा देता था। परेशान होकर उन्होंने बाबू को 1 हजार रूपए दिया। जहां उसकी वीडियो बना ली। उन्होंने बताया कि घर वापस आने के लिए उनके पास किराया के लिए पैसे नहीं बचे थे। बाबू आनंद धु्रव से किराया के पैसे नहीं होने की गुहार लगाने पर उन्होंने घूस लिए 1 हजार रूपए में से 100 रुपए वापस दिया।