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हालात जरूर खराब है,लेकिन हौसले नहीं,देखिए मिनी इंडिया के कर्मवीर मुश्किल हालात में कैसे कर रहे हैं एक-दूसरे की मदद

भिलाई @ News-36.भिलाई कोविड के चपेट में है। कई परिवार मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। कई परिवार की स्थिति यहां तक बिगड़ गई है कि, वायरस के संक्रमण की वजह से घर में पानी को गरम करने लायक कोई नहीं बचा है। ऐसे मुश्किल हालातों में भी कई कर्मवीर है, जो अपनी जान की परवाह किए बगैर तन, मन और धन से लोगों का हर संभव मदद की कोशिश कर रहे हैं। कोई क्वारेंटाइन में रहने वालों को पूरे वक्त खाना पहुंचा रहे हैं, तो कोई अपनों की याद में होम क्वारेंटाइन वाले मरीजों को नि:शुल्क लाइफ-लाइन ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीन उपलब्ध करवाने में जुटे हुए हैं।

कर्मवीर निवर्तमान पार्षद/ नेता प्रतिपक्ष रिकेश सेन
रिकेश ने वैशाली नगर, शांति नगर और रामनगर वार्ड क्षेत्र मरीजों और क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों को मुफ्त में हाईजिन युक्त भोजन देने का बीड़ा उठाया है। रिकेश की खासबात यह भी है कि, उन्होंने ना सिर्फ कोविड के मरीजों तक खाना पहुंचा रहे हैं, बल्कि क्वारेंटाइन में रह रहे लोगों का सेहत का भी पूरा ख्याल रख रहे हैं। भाप लेने के लिए इनवेलहर मशीन के साथ दवाइयां मरीजों के घरों तक पहुंचाने की कोशिश की है। जरूरत पडऩे पर ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ कंसन्टे्रटर मशीन की जुगाड़ करने में पीछे नहीं हटते।

लगभग 141 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले इस शहर में, देश के हर प्रांत के लोग यहां रहते हैं। देश के 28 राज्यों में से शायद ही ऐसा कोई राज्य होगा, जहां का मूल निवासी, भिलाई में नहीं रहता होगा। यहां देश के हर राज्य के लोग रहते हैं। बीएसपी सहित अन्य उद्योगों में नौकरी, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में काम, बाजार में रोजगार, फुटपाथ पर व्यापार और अपनी हुनर की बदौलत जीवन यापन कर रहे हैं। सबकी अपनी परंपरा पर्व और प्रसंग है, जिसे वह अपने मित्रों और आसपास रहने वाले पड़ोसियों के साथ मिलकर मनाते हैं। लोगों की यही सेवा, समर्पण और सदभाव ने भिलाई को मिनी इंडिया की उपाधि दिलाई है। देश-दुनिया के सार्वजनिक मंच पर भिलाई इसी उपाधि को गौरान्वित होता है।

पत्रकार साथी भी पीछे नहीं
कलमवीरों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है, लेकिन जनसेवा की बात हो और पत्रकार साथी पीछे रह जाए। ऐसा न कभी हुआ है और न आगे कभी होगा। स्थिति और परिस्थिति के अनुसार श्रमजीवियों ने सहयोग करते हुए आए हैं। इसी सेवा भाव के साथ इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथी बहन अनुभूति भाकरे और मिथलेश ठाकुर इस बार आगे आए हैं। उन्होंने स्व. प्रकाश राव भाकरे की स्मृति में कोविड के मरीजों को ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर मशीन नि:शुल्क उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। उन्होंने आवश्यकता के अनुसार पीडि़त को तीन दिन के लिए ऑक्सीजन कंसट्रेटर मशीन उपलब्ध कराने की जानकारी दी।

बोल बम समिति कोरोना योद्धाओं का रख रहे हैं ख्याल
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दिन-रात सड़कों के किनारे सेवा दे रहे यातायात और पुलिस के जवानों का बोल बम सेवा समिति ख्याल रख रहे हैं। गर्मी में डिहाइड्रेशन की समस्या न हो। इसके लिए समिति के अध्यक्ष दया सिंह ने बोतल बंद पानी के साथ शीतल पेय पदार्थ वितरण की व्यवस्था शुरू की है। समिति के सदस्य शहर का भ्रमण कर चौक-चौराहे पर ड्यूटी कर रहे जवानों को पानी और पेय पदार्थ उपलब्ध करवा रहे हैं।

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