पेड़ से बांध कर आदिवासी समाज के युवकों की पिटाई

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न्यूज डेस्क @ news-36. पंचायत में नाबालिग बच्चे सहित युवकों की पिटाई का मामला सामने आया है। मामला बलरामपुर जिले के त्रिकुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम चेरा का है। जहां गांव वालों ने तालाब से मछली चोरी के आरोप में नाबालिग सहित आठ पंडो युवकों को पेड़ से बांधकर बेदम पिटाई की। पिटाई से मन नहीं भरा तो पंचायत की बैठक बुलवाई और मछली चोरी के आरोप में 35 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया। पीडि़त युवकों को थाने ना जाने की धमकी भी दी गई। युवक घरों में सहमें बैठे रहें।

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। एसपी रामकृष्ण साहू के निर्देश पर एसडीओपी डॉ.ध्रुव जायसवाल चेरा गांव पहुंचे है। कुछ आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ एफ आईआर दर्ज कर पूछताछ किया जा रहा है। बता दें कि पंडों आदिवासी संरक्षित अनुसूचित जनजाति वर्ग की श्रेणी में आते हैं। इनका कुनबा धीरे-धीरे सिमटने भी लगा है। केंद्र सरकार ने इसके रहन सहन और जीवन यापन की विशेष व्यवस्था का भी प्रावधान किया है।

घटना 15 जून की
घटना 15 जून की बताई जा रही है जब चेरा गांव के सरपंच पति सत्यम यादव एवं जेपी यादव सहित अन्य लोगों ने गांव के पंडो जनजाति के नाबालिग बच्चों सहित आठ लोगों पर मछली चोरी के शक में पंचायत की बैठक कर हाथ, बेल्ट से बांधकर जमीन में लिटा कर डंडे से मारपीट की वहीं पेड़ से बांधकर भी डंडों से पिटाई की गई।

35-35 हजार का लगाया जुर्माना
गांव के दबंगों के द्वारा पंडो जनजाति के लोगों के साथ बेदम पिटाई तो की ही गई साथ ही पिटाई के बाद 35 – 35 हजार का जुर्माना सभी पर लगाते हुए जुर्माने की रकम सरपंच पति सत्यम यादव के पास जमा करने फरमान सुनाया गया है। एक व्यक्ति से पांच हजार रूपये वसूल करने की भी शिकायत सामने आई है।

शासकीय तालाब में पाल रखी है मछली
चेरा गांव में एक शासकीय तालाब है जहां दबंगों के द्वारा मछली पालन गैरकानूनी रूप से किया जा रहा था। दबंगों को शक था कि पंडो जनजाति के लोगों के द्वारा मछली मार लिया गया है जिसके बाद इनका कहर पंडो जनजाति के लोगों पर टूटा है।अब सभी पुलिस की कार्रवाई के घेरे में आ गए है।

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