रिसाली @ News-36.अन्तर्राष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर रिसाली निगम कार्यालय परिसर में निगम आयुक्त प्रकाश कुमार सर्वे ने निगम कर्मियों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई। इस दौरान निगम आयुक्त ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपने उद्बोधन में कहा कि नशापान करने की प्रवृत्ति स्वयं की शारीरिक एवं मानसिक गंभीर व्याधियां के साथ-साथ सामाजिक प्रविष्ठा भी धूमिल होती है तथा समाज से प्राय: उपेक्षा मिलती है। नशा पीडि़तों की संख्या मे सतत वृद्धि होना सभ्य समाज के लिए चिन्ता का विषय है। नशामुक्ति के पक्ष में सकरात्मक वातावरण निर्मित करने वर्तमान परिपेक्षय में अत्यन्त आवश्यक है।
सहा. राजस्व अधिकारी को दिये जुर्माना वसूलने के निर्देश
निगम कार्यालय परिसर में नशापान यथा बिड़ी, सिगरेट, गुटखा के सेवन करते पाये जाने पर जुर्माना वसूल करने के सख्त निर्देश आयुक्त ने सहा. राजस्व अधिकारी हरचरण सिंह अरोरा को दिये है। इस अवसर पर लेखाअधिकारी ऐमन चंद्राकर, जनसंपर्क अधिकारी शैलेश साहू, सहा. राजस्व अधिकारी हरचरण सिंह अरोरा, कार्यालय अधीक्षक देवव्रत देवांगन, परियोजना अधिकारी सुरेश देवांगन, जन्म-मृत्यु रजिस्टार किशोर कुमार बघेल सहित निगम कर्मचारी उपस्थित थे।

सरकार अपनी घोषणा के अनुसार शराब बंदी लागू करे- गायत्री परिवार
विश्व नशा निषेध दिवस पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शराब बंदी लागू करने की मांग की। गायत्री परिवार दुर्ग-भिलाई के उपजोन प्रभारी एस पी सिंह, सह पभारी धीरज लाल टांक का सयुंक्त रूप से कहना है कि, नशा बंदी का यह अभियान एकसाथ राज्य के सभी 29 जिलों के माध्यम से राज्यपाल, मुख्य मंत्री एवं अवकारी मंत्री के नाम से अलग अलग ज्ञापन सौंपा गया है।
जिसमें भारत के प्रत्येक माता पिता अपने बच्चो को शराब एवं नशीले पदार्थो के सेवन से बचने शख्त हिदायत देते रहते है, लेकिन छतीसगढ़ राज्य के माता पिता की भूमिका में कार्यरत जनता के विकास में लगी हमारी राज्य सरकार शराब एवं नशे की अन्य सामग्री सेवन से रोकने के बजाय परोस कर जनता को चारित्रिक पतन के गर्त मे धकेल रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि देश के अन्य राज्य जैसे बिहार, गुजरात, हरियाणा, ने अपने राज्य मे नशा बंदी लागू कर रखी है, तो छतीसगढ़ सरकार इस पुनीत कार्य से इरादा पूर्वक परहेज क्यों कर रही है
ज्ञापन सौंपने वालों में दुर्ग जिला समन्वयक लोकनाथ साहू, भिलाई जिला समन्वयक व्ही पी सिंह, जयकान्त पोद्दार, कसारिडीह प्रज्ञा पीठ के प्र,ट्रस्टी रवि कान्त घोघरे, दिया प्रभारी डा पी एल साव, रामधर महिलोंग, मोहन उमरे, शक्ति पीठ प्रमुख ट्रस्टी विनीता तिवारी मौजूद थे।