- विधायक देवेन्द्र यादव ने लिखा कृपया इस पर भी अपने एक्सपर्ट कमेंट दीजिए डॉक्टर साहब
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदन से पहले ही यह मुद्दा सोशल मीडिया पर गरमा गया है। सोशल मीडिया ट्विटर पर पक्ष और विपक्ष के नेता निजी मेडिकल कॉलेज विधेयक पर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। जिसे समर्थक रीट्वीट और कमेंट्स के साथ मचे ले रहे हैं। दरअसल, चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कचांदुर के अधिग्रहण विधेयक पर बुधवार को सदन में चर्चा होना है। इससे पहले ही यह मुद्दा ट्विटर पर सूर्खियां बटोर रही है।
मामला गंभीर है
पूर्व मुख्यमंत्री, विधायक डॉ रमन सिंह ने ट्विटर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टैग करते हुए लिखा है कि, यह मामला गम्भीर है!
अपने रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए चंदूलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज के अधिग्रहण के लिए विधेयक ला रहे हैं। 2017 में जिस कॉलेज की मान्यता खत्म हो गई, उसे ?125 करोड़ सरकारी खजाने से लेकर मुख्यमंत्री के परिवार को देने की तैयारी चल रही है। जिसे केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल, राज्य वर्धन सिंह राठौर ने री ट्विट किया है। वहीं इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा सांसद, सरोज पांडेय ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से सवाल उठाएं हैं।
सब कुछ हो जाएगा साफ
वहीं मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट किया है, जहां तक रिश्तेदारी और निहित स्वार्थ का सवाल है तो मैं अपने प्रदेश की जनता को यह बताना चाहता हूं कि भूपेश बघेल उसके प्रति उत्तरदायी है और उसने हमेशा पारदर्शिता के साथ राजनीति की है। सरकार में भी हमेशा पारदर्शिता ही होगी। सौदा होगा तो सब कुछ साफ हो जाएगा।
पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने ट्वीटर पर लिखा है कि हम सार्वजनिक क्षेत्र के पक्षधर : उनकी तरह जनता की संपत्ति बेच नहीं रहे हैं। प्रदेश की जनता के प्रति उत्तरदायी : हमेशा पारदर्शिता के साथ राजनीति की है। कल्पनाशीलता की पराकाष्ठा से उपजे विवाद को चुनौती। जनहित में छग. रकार निजी मेडिकल कॉलेज भी खरीदेगी और नगरनार का संयंत्र भी खरीदेगी।