बेमेतरा @ news-36. बेमेतरा पुलिस ने न्यायालय में नौकरी लगाने के नाम पर 11 युवाओं से धोखाधड़ी करने वाले मनीष सोनवानी पिता झाडूराम सोनवानी उम्र 29 साल और मनोज सोनवानी पिता झाडूराम सोनवानी उम्र 36 साल को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 01 लाख 24 हजार रुपए नगद, शिकायकर्ताओं के दस्तावेज और मनोज सोनवानी से नगदी 01 लाख नगद, दस्तावेज एवं एक स्कूटी को जब्त किया है। पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी बिलासपुर जिला के ग्राम डोढकी थाना मस्तुरी के रहने वाले हैं।
ऐसे हुआ खुलासा
ग्राम अकोली थाना नांदघाट जिला बेमेतरा निवासी रोहित कुमार निषाद ने 13 जून को नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी की शिकायत की थी। उन्होंने शिकायकत में कहा था कि, मनीष सोनवानी पिता झाडुराम सोनवानी ग्राम डोढकी थाना मस्तुरी जिला बिलासपुर के विरुद्ध जिला न्यायालय बिलासपुर में चपरासी के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर ग्राम अकोली, चिचोली, खैरा, मुर्रा, किरता, नांदघाट, भाटापारा के 11 युवाओं से कुल 11 लोगों से 15,40,000 रुपये लिया है। उनकी शिकायत पर नादघाट पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
एसपी ने इनको सौंपी जिम्मेदारी
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने मामले की पतासाजी करने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमल कुमार बैस, डीएसपी रामकुमार बर्मन और थाना प्रभारी नांदघाट निरीक्षक विपिन रंगारी को जिम्मेदारी सौंपा। खोजबीन शुरू हुई तब पता चला कि मनीष सोनवानी देवरी खुर्द बिलासपुर में किराये के मकान में रह रहता है। सूचना पर पुलिस ने घेरा बंदी कर मनीष सोनवानी को पहले हिरासत में लिया। तब उन्होंने पूरी कहानी बता दी। मनीष ने बताया कि वह और उसका भाई मनोज सोनवानी दोनों साथ मिलकर बिलासपुर जिला न्यायालय में चपरासी के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर ग्राम अकोली के किरण निषाद से 24 मई को 50 हजार रुपए लेने की जानकारी दी।
बाद में इनसे लिए रकम
25 मई को रोहित निषाद से 01 लाख , कामता निषाद से 60 हजार ,वीरभद्र निषाद से 50 हजार रुपये फि र कुछ दिन बाद प्रमोद सेन ग्राम चिचोली से 50 हजार रूपये, धन्नू साहू ग्राम नांदघाट से 50 हजार रुपये, रामेश्वर वर्मा ग्राम खैरा 50 हजार रुपये, ग्राम मुर्रा के रामखेलावन से 1 लाख रुपये, सुमंत साहू ग्राम चिचोली से 1 लाख रुपये, राजु निषाद से 50 हजार रुपये, दीपक यादव बैतलपुर से 60 हजार रुपये, कुलेश्वर साहू ग्राम किरता से 1 लाख रुपये रुपेश साहू ग्राम चिचोली से 50 हजार रुपये, डेमन साहू ग्राम चिचोली से 50 हजार रुपये, पुपेश साहू ग्राम चिचोली से 70 हजार रुपये, राजेन्द्र वर्मा ग्राम किरता से 50 हजार रुपये, उमाकांत वर्मा भाटापारा से 1 लाख रुपये कुल 11 लाख चालीस हजार और मार्कशीट की फोटो का आधार कार्ड, मार्क शीट एवं जाति प्रमाण पत्र का फोटो कॉपी लिया।
सूची जारी होने का झांसा देकर बाकी रकम भी ले लिया
मनीष ने 10 जून को रोहित निषाद को फोन कर चयन सूची जारी होने का झांसा दिया। जिला न्यायालय में सूची चस्पा देखने का बहाने दूसरी किस्त भी बिलासपुर बुलाकर ऐंठ लिया। रोहित के साथ बाकी 10 युवाओं के परिवाले वालो ने बिलासपुर पहुंचकर एसकेबी हास्पिटल के पास बचत रकम रामखेलावन वर्मा 1 लाख रुपये, रामेश्वर वर्मा 50 हजार रुपये, प्रमोद सेन 50 हजार रुपये, रुपेश साहू 50 हजार रुपये, राजेन्द्र वर्मा 50 हजार रुपये, धन्नू साहू 50 हजार रुपये, डेमन साहू 50 हजार रुपये (कुल 04 लाख रूपये) को उनको दिए। वह अपने भाई मनोज सोनवानी के साथ लेकर अपने घर चले गये।
कार्रवाई में इनकी भूमिका
थाना प्रभारी नांदघाट निरीक्षक विपिन रंगारी, घनश्याम चिंडा, कमलेश पाल, प्रआर. गोपाल धु्रवसायबर सेल प्रभारी प्रआर. मोहित चेलक, आर. चेतन वैष्णव, रूपेन्द्र राजपूत, बिरेन्द्र चंद्रवंशी, विक्रम गेन्ड्रे, अस्लम मोह. हीरा साहू, संजू योगी, प्रताप यादव एवं अन्य थाना स्टॅाफ का सराहनीय भूमिका रही।