जालेश नेताम/ भानुप्रतापपुर @ news-36. एक निर्दयी मां ने ममता को एक बार फिर कलंकित कर दिया। निष्ठुर मां ने नवजात को जंगल के रास्ते झाडिय़ों में इसलिए फेंक दिया कि तड़प कर उनकी सांसो की डोर थम जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मासूम की बिलखने की पीड़ा ने ग्रामीण को अपने तक खींच लाई। उन्होंने पुलिस की मदद से उसे कोरर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
यह मामला कांक्रेर जिले के भानुप्रतापपुर क्षेत्र का है. जहां एक कलयुगी मां ने ने नवजात बच्ची को झाडिय़ों में फेंक दिया था, लेकिन सुनसान रास्ते से गुजर रहे ग्रामीण बच्चे की रोने की आवाज खटक गई। उन्होंने बच्चे की आवाज सुनकर झाडिय़ों की तरफ पहुंचा तो देखा कि एक नवजात बच्ची रो रही है. चीटियां उसे बुरी तरह काट रहीं हैं, उसने तत्काल गांव के कोटवार को सूचना दी. कोटवार ने तहसीलदार एवं थाना प्रभारी को सूचना दी, जिस पर तत्काल थाना प्रभारी ने पुलिस को ग्राम डूमरकोट भेजा जहां से बच्ची को कोरर अस्पताल लाया गया।
20 वर्षीय युवती से चल रही है पूछताछ
कोरर पुलिस ने इस मामले में 20 वर्षीय युवती के खिलाफ प्रकरण तैयार किया है। पुलिस के अनुसार युवती अपनी मौसी के यहां कुछ दिन पहले ही आई थी. युवती प्रेम प्रसंग के चलते गर्भवती हो गई थी. लोकलाज के भय से उसने मासूम को जन्म देने के बाद झाडिय़ों के बीच फेंक दिया था।