दुर्ग @ news-36. जहां चाह, वहां राह । इस कहावत को दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड अंतर्गत ग्राम फेकारी की महिलाओं ने चरितार्थ किया है। महिलाओं ने स्व सहायत समूह बनाकर बागवनी की खेती शुरू की। इस साल की खेती में वे करोड़पति बन गईं। इस उपलब्धि के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महिलाओं को बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ दुर्ग के बीआईटी के सभागर में हुए 285 करोड़ के लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम में महिलाओं से वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से चर्चा भी की।
फेकारी की स्वसहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री बघेल को बताया कि उन्होंने दो एकड़ में डेढ़ लाख रुपए के बैंगन बेचे हैं। महिला गोदावरी कौशिक ने बताया कि उनके समूह ने कल्याणी प्रजाति के बैंगन लगाने का कार्य शुरू किया है। इसकी खेती से उन्हें जबरदस्त इनकम हुआ है। मुख्यमंत्री नेे कहा कि इस तरह के नवाचार से ही आर्थिक तरक्की का रास्ता खुलता है।
जैविक खेती के लिए किया प्रेरित
सुगंधित चावल की खेती का निर्णय करने वाले ललित महिपाल से मुख्यमंत्री ने चर्चा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुगंधित चावल की खेती में जैविक खाद का उपयोग करिये तथा इसका रजिस्ट्रेशन भी कराईये। तीन चार साल बाद इस तरह की खेती करने पर सर्टिफि केट मिलने से सुगंधित धान का रेट काफ ी ज्यादा मिल पाएगा। उन्होंने कहा कि जैविक धान जो लोग उपजा रहे हैं उसका अच्छा रेट मिल रहा है। सुगंधित धान में यह और ज्यादा है। ग्राम उमरकोटी के दिवाकर गायकवाड ने बताया कि इस बार 2 हेक्टेयर में सुगंधित धान लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए 15 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट भी क्रय किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक तरीके से सुगंधित धान लगाने से किसानों को भी अच्छा दाम मिलेगा और वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन कर रहे किसानों को भी अच्छा बाजार मिल पाएगा। अजय शर्मा ने बताया कि इस साल उन्होंने सोयाबीन बोने का निर्णय लिया है। तेल के दाम काफी बढ़ रहे हैं। हम अगर सोयाबीन भी उपजाएंगे तो निश्चित ही इसके दाम नियंत्रित होंगे। तुलाराम साहू ने बताया कि इस बार उन्होंने मक्का लगाने का निर्णय किया है।
375 क्विंटल खाद का निर्माण
चंदखुरी की स्व सहायता समूह ने बताया कैसे गोधन न्याय योजना ने बदली जिंदगी- चंदखुरी की सिंधुजा स्वसहायता समूह की महिलाओं ने भी अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने बताया कि इस बार उन्होंने 375 क्विंटल खाद का उत्पादन किया है। डिकंपोजर बनाया है। दीया बनाया है। इससे 3.5 लाख रुपए की आय हुई।
बैंगन की खेती से महिलाएं बनीं करोड़पति, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दी बधाई
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