- एएसपी रंगे हाथ पकड़े गए
दिल्ली @ News-36.जब रक्षक ही बनें भक्षक तो लोगों के मन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि न्याय की उम्मीद हम किससे करें? एक ऐसा ही मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर में सामने आया है। जहां रायसिंह नगर के पुलिस उपायुक्त कार्यालय में महिला अपराध शाखा में पदस्थ एएसपी कैलाश बोहरा ने बलात्कार के एक मामले में कार्रवाई के नाम पर पीडि़ता की इज्जत मांग ली।
इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एएसपी कैलाश बोहरा को उस समय गिरफ्तार किया, जब अवकाश के दिन रविवार को कार्यालय में कोई नहीं था। उन्होंने अपने कार्यालय में पीडि़ता को बुलाकर उसकी इज्जत लूटी लूटने की कोशिश की। जहां से एसीबी की टीम उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया।
एसीबी के एडीजी दिनेश एमएम ने बताया कि बलात्कार पीडि़ता ने 6 मार्च को मुख्यालय में शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने जिले की एक थाने में दर्ज मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने के बदले में एसीपी कैलाश बोहरा पीडि़ता की अस्मत मांग रहा है।और कार्रवाई के नाम पर 50 हजार रुपए पूर्व में ले भी चुका है। उनकी इस शिकायत पर एडीजी दिनेश एमएन के निर्देश पर टीम ने सत्यापन किया गया। दो से अधिक बार सत्यापन होने के बाद एसीबी ने एएसपी के बातचीत को ट्रैप कार्रवाई की प्लानिंग की।
@ News-36.रोज बुलाता था कार्यालय
जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आई है कि एएसपी बोहरा पीडि़ता को रोज कार्यालय बुला रहा था,लेकिन उपायुक्त कार्यालय में वर्किंग डेज सोमवार से शनिवार को सुबह 9 से रात 9:00 बजे तक गार्ड तैनात रहता है। इस वजह से वह अपने मंसूबे पर सफल नहीं हुआ। इसलिए उन्होंने अवकाश के दिन रविवार को चुना और पीडि़ता को बुलवाया। कर्मचारियों का कहना था कि रविवार को यहां कोई गार्ड तैनात नहीं आता इसलिए दिन कार्यालय सुना रहता है। उन्होंने इसी का फायदा उठाकर पीडि़ता को रविवार के दिन बुलवाया था।
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