रायपुर @ News-36. शासन-प्रशासन की सख्त हिदायत के बावजूद जीवन रक्षक रेमडेसिविर की कालाबाजारी रूकने का नाम ही नहीं ले रहा है। कुछ लोग आज भी जीवन रक्षक दवाई की आड़ में कमाई करने में लगे हुए हैं। रविवार को सूचना के आधार पर रायपुर पुलिस
उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर अजय कुमार यादव के नेतृव में
दो युवकों को गिरफ्तार किया। उनके पास से नगद, दो नग इंजेक्शन और मोबाइल भी जब्त किया है। पुलिस के अनुसार कमलेश साहू पिता अश्विनी कुमार साहू उम्र 24 साल निवासी ग्राम पोस्ट मनपसार थाना और डेविड मनहरे पिता हरिनारायण मनहरे उम्र 26 साल सरसींवा जिला बलौदा बाजार हाल पता- सत्यम विहार महादेव घाट रायपुरा थाना डी.डी. नगर रायपुर का निवासी है।
पुलिस के अनुसार पिछले दो दिनों से लगातार सूचना प्राप्त हो रहीं थी कि कमलेश साहू नामक व्यक्ति खमतराई एवं रायपुरा डी डी नगर क्षेत्र में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहा है। वह इंजेक्शन को अधिक दाम में बेच रहा है। सूचना को पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से लेते हुये सायबर सेल की टीम को आरोपी की पतासाजी कर रंगे हाथ पकडऩे के निर्देश दिए। आदेश के अनुसार रविवार को सायबर सेल की टीम ने कमलेश साहू के संबंध में पतासाजी किया और टीम का एक सदस्य ग्राहक बनकर कमलेश साहू से संपर्क साधा। रेमडेसिविर इंजेक्शन को 14,000 रुपए में क्रय करने का सौदा तय किया। कमलेश साहू ने टीम के सदस्य को थाना मुजगहन क्षेत्र में इंजेक्शन देने के लिए बुलवाया। जिस पर सायबर सेल की टीम द्वारा आरोपी को पकडऩे के लिए ट्रैप पार्टी लगाया गया। टीम का एक सदस्य जिससे सौदा तय हुआ था, वह रुपए लेकर कमलेश साहू के बताए हुए स्थान पर पहुंचा। इसी दौरान टीम के अन्य सदस्यों ने आरोपी कमलेश साहू को रंगे हाथ पकड़ लिया।
पूछताछ में उगले राज
पूछताछ में आरोपी कमलेश साहू ने बताया कि उसे रेमडेसिविर इंजेक्शन उसका साथी डेविड मनहरे जो कि श्रीदानी केयर मल्टी स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल डूण्डा मुजगहन रायपुर में बतौर नर्सिंग स्टॉफ के पद पर कार्यरत है के द्वारा लाकर दिया जाता है। जिस पर टीम द्वारा डेविड मनहरे को भी पकड़ा गया, पूछताछ में डेविड मनहरे द्वारा बताया गया कि श्री दानी केयर मल्टी स्पेश्यलिटी हॉस्पिटल में जो भी कोरोना मरीज है उनके परिजनों से मरीज को लगाने हेतु रेमडेसिविर इंजेक्शन का 02 डोज मंगाया जाता था, जिनमें से 01 डोज मरीज को लगा देता था एवं 01 डोज को अधिक दाम में बिक्री करने की नियत से अपने पास रख लेता था। इस प्रकार आरोपी डेविड मनहरे द्वारा कोरोना मरीजों के जीवन के साथ भी खिलवाड़ किया जाता था एवं डेविड मनहरे अपने साथी कमलेश साहू के साथ मिलकर जरूरतमंद व्यक्तियों को 12,000 से 14,000 रुपए में रेमडेसिविर इंजेक्शन की बिक्री कर इसकी कालाबाजारी करते थे।
12 से अधिक वॉल बेच चुके हैं
दोनों आरोपियों ने अब तक लगभग 01 दर्जन इंजेक्शनों की कालाबाजारी कर चुका है। आरोपी कमलेश साहू 04 दिनों पूर्व ही डब्ल्यू आर एस खमतराई स्थित रेलवे हॉस्पिटल में बतौर नर्सिंग स्टॉफ के पद पर नौकरी ज्वाइन किया था।सायबर सेल की टीम द्वारा औषधि विभाग की टीम को बुलाकर आरोपियों की निशानदेही पर रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी कर कमाये गये रूपयों में से आरोपी कमलेश साहू के कब्जे से नगदी 45,000 रुपए और आरोपी डेविड़ मनहरे के कब्जे से नगदी 49,500 रुपए जुमला कीमती 94,500 रुपए, 02 नग रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं इंजेक्शन की कालाबाजारी में प्रयुक्त 02 नग मोबाईल फोन जब्त किया है।
रेमडेसिविर की कालाबाजारी में रायपुर से गिरफ्तार युवकों ने उगले चौकाने वाले राज
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